Abhivykti or madhyam most importants 50 MCQ NCERT-BSEH/CBSE
प्रश्न-1 संचार क्या है?
उत्तरः
‘संचार’ शब्द की व्युत्पत्ति ‘चर’ धातु से हुई है, जिसका अर्थ है-चलना या एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचना। संचार सिर्फ दो व्यक्तियों तक सीमित परिघटना नहीं है। यह हज़ारों-लाखों लोगों के बीच होने वाले जनसंचार तक विस्तृत है। अत: सूचनाओं, विचारों और भावनाओं को लिखित, मौखिक या दृश्य-श्रव्य माध्यमों के जरिए सफलतापूर्वक एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाना ही संचार है और इस प्रक्रिया को अंजाम देने में मदद करने वाले तरीके संचार माध्यम कहलाते हैं।
प्रश्नः 2. संचार के विभिन्न प्रकार बताइए।
उत्तरः संचार एक जटिल प्रक्रिया है। उसके कई रूप या प्रकार हैं जो निम्नलिखित हैं –
(क) मौखिक संचार : एक-दूसरे के सामने इशारे से या बोलकर की जाने वाली क्रिया को मौखिक संचार कहते हैं। इसमें हाथ की गति, आँखों व चेहरे के भाव, स्वर के उतार-चढ़ाव आदि क्रियाएँ होती हैं।
(ख) अंतरवैयक्तिक संचार : जब दो व्यक्ति आपस में और आमने-सामने संचार करते हैं तो इसे अंतरवैयक्तिक संचार कहते हैं। इस संचार की मदद से आपसी संबंध विकसित करते हैं और रोजमर्रा की ज़रूरतें पूरी करते हैं। संचार का यह रूप पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों की बुनियाद है।
(ग)अन्तःवैयक्तिक संचार -जब मनुष्य अपने आप अपने से वार्तालाप किया करता है ,यानी वह दिमाग में कुछ ना कुछ सोचता विचारता रहता है अन्तःवैयक्तिक संचार कहलाता है विचार- प्रक्रिया,भावात्मक विचारधारा ,दृष्टिकोण स्व अवधारणाएं, अर्थों की रचना व व्याख्या इसी संचार के अंतर्गत आते हैं।
(घ) समूह संचार : इसमें एक समूह आपस में विचार-विमर्श या चर्चा करता है। कक्षा-समूह इसका अच्छा उदाहरण है। इस रूप का प्रयोग समाज और देश के सामने उपस्थित समस्याओं को बातचीत और बहस के जरिए हल करने के लिए होता है।
(ड.) जनसंचार : जब व्यक्तियों के समूह के साथ संवाद किसी तकनीकी या यांत्रिकी माध्यम के जरिए समाज के एक विशाल वर्ग से किया जाता है तो इसे जनसंचार कहते हैं। इसमें एक संदेश को यांत्रिक माध्यम के जरिए बहुगुणित किया जाता है ताकि उसे अधिक-से-अधिक लोगों तक पहुँचाया जा सके। रेडियो, अखबार, टीवी, सिनेमा, इंटरनेट आदि इसके माध्यम हैं।
प्रश्नः 3.
जनसंचार की विशेषताएँ बताइए।
उत्तरः
जनसंचार की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं –
जनसंचार माध्यमों के जरिए प्रकाशित या प्रसारित संदेशों की प्रकृति सार्वजनिक होती है।जनसंचार के लिए औपचारिक संगठन होता है।इस माध्यम के लिए अनेक द्वारपाल होते हैं। द्वारपाल वह व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह है जो जनसंचार माध्यमों से प्रकाशित या प्रसारित होने वाली सामग्री को नियंत्रित और निर्धारित करता है।
प्रश्नः 4.
जनसंचार के कार्य बताइए।
उत्तरः
जनसंचार के कार्य निम्नलिखित हैं –
सूचना देना,शिक्षित करना,मनोरंजन करना,एजेंडा तय करना,निगरानी करना,विचार-विमर्श का मंच।
प्रश्नः 5.
पत्रकारिता किसे कहते हैं?
उत्तरः
प्रिंट, रेडियो, टेलीविज़न या इंटरनेट के जरिए खबरों के आदान-प्रदान को ही पत्रकारिता कहा जाता है। इसके तीन पहलू हैं – समाचार संकलन, संपादन व प्रकाशन।
प्रश्नः 6.
रेडियो के विषय में बताइए।
उत्तरः
रेडियो एक ध्वनि माध्यम है। इसकी तात्कालिकता, घनिष्ठता और प्रभाव के कारण इसमें अद्भुत शक्ति है। ध्वनि तरंगों के कारण यह देश के कोने-कोने तक पहुँचता है। आकाशवाणी, एफ०एम० चैनल, बीबीसी, वॉयस ऑफ अमेरिका, मास्को रेडियो आदि अनेक केंद्र हैं।
प्रश्नः 7.
टेलीविज़न का वर्णन करें।
उत्तरः
टेलीविज़न जनसंचार का सर्वाधिक ताकतवर व लोकप्रिय माध्यम है। इसमें शब्द, ध्वनि व दृश्य का मेल होता है जिसके कारण इसकी विश्वसनीयता कई गुना बढ़ जाती है। भारत में इसकी शुरुआत 15 सितंबर, 1959 को हुई। 1991 में खाड़ी युद्ध में दुनिया भर में युद्ध का सीधा प्रसारण किया गया। इसके बाद सीधे प्रसारण का महत्त्व बढ़ गया। आज भारत में 400 से अधिक चैनल प्रसारित हो रहे हैं।
प्रश्नः 8.
इंटरनेट को जनसंचार का नया माध्यम कहा जाता है। क्यों?
उत्तरः
इंटरनेट एक ऐसा माध्यम है जिसमें प्रिंट मीडिया, रेडियो, टेलीविज़न, किताब, सिनेमा यहाँ तक कि पुस्तकालय के सारे गुण मौजूद हैं। इसकी पहुँच व रफ़्तार का कोई जवाब नहीं है। इसमें सारे माध्यमों का समागम है। यह एक अंतरक्रियात्मक माध्यम है यानी आप इसमें मूक दर्शक नहीं हैं। इसमें आप बहस कर सकते हैं, ब्लाग के जरिए अपनी बात कह सकते हैं। इसने विश्व को ग्राम में बदल दिया है। इसके बुरे प्रभाव भी हैं। इस पर अश्लील सामग्री भी बहुत अधिक है जिससे समाज की नैतिकता को खतरा है। दूसरे, इसका दुरुपयोग अधिक है तथा सामाजिकता कम होती जाती है।
प्रश्नः 9.
जनसंचार माध्यमों के लाभ व हानि बताइए।
उत्तरः
जनसंचार माध्यम के निम्नलिखित लाभ हैं –यह हमारे दैनिक जीवन में शामिल हो गया है।धर्म से लेकर सेहत तक की जानकारी मिल रही है।इससे मानव जीवन सरल, समर्थ व सक्रिय हुआ है।सूचनाओं व जानकारियों के कारण लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मज़बूती मिली है।सरकारी कामकाज पर निगरानी बढ़ी है।
इसकी हानियाँ निम्नलिखित हैं –
इसने काल्पनिक जीवन को बढ़ावा दिया है। इससे पलायनवादी प्रवृत्ति बढ़ रही है।समाज में अश्लीलता व असामाजिकता बढ़ रही है।गलत मुद्दों को जबरदस्त प्रचार के जरिए सही ठहराया जाता है।
प्रश्नः 10.
समाचार क्या है?
उत्तरः
समाचार किसी भी ऐसी ताज़ा घटना, विचार या समस्या की रिपोर्ट है जिसमें अधिक-से-अधिक लोगों की रुचि हो और जिसका अधिक-से-अधिक लोगों पर प्रभाव पड़ रहा है।
प्रश्नः 11.
समाचार के तत्व कौन-से हैं?
उत्तरः
समाचार के निम्नलिखित तत्व होते हैं –
नवीनता,निकटता,प्रभाव,जनरुचि,टकराव,महत्त्वपूर्ण लोग,अनोखापन,पाठक वर्ग,नीतिगत ढाँचा।
Important questions
12.
इलेक्ट्रॉनिक माध्यम की दो विशेषताएँ लिखिए। (CBSE-2016, 2017)
उत्तरः
यह विशाल क्षेत्र में पहुँच जाता है।इसमें दृश्य व श्रव्य माध्यम हैं।
प्रश्नः 13.
संपादक के दो दायित्वों का उल्लेख कीजिए। (CBSE-2012, 2015, 2016)
उत्तरः
विभिन्न स्रोतों से प्राप्त समाचारों का चुनाव कर प्रकाशन योग्य बनाना।तात्कालिक घटनाओं पर संपादकीय लेख लिखना।
प्रश्नः 14.
संपादकीय का महत्त्व समझाइए। (CBSE/HBSE-2016, 2017)
उत्तरः
संपादकीय किसी भी समाचार पत्र की आवाज़ होता है। यह एक निश्चित जगह पर छपता है। यह समाचार पत्र की राय है।
प्रश्नः 15.
रेडियो माध्यम भाषा की दो विशेषताएँ लिखिए। (CBSE-2016)
उत्तरः
रेडियो माध्यम की भाषा आम बोलचाल की होनी चाहिए।इसमें सटीक मुहावरों का प्रयोग भी होना चाहिए।
प्रश्नः 16.
मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ क्यों कहा जाता है? (CBSE-2016)
उत्तरः
मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है, क्योंकि यह जनसमस्याओं को शेष तीनों स्तंभों के सामने प्रस्तुत करता है तथा इन तीनों स्तंभों के कार्यों की समीक्षा भी करता है।
प्रश्नः 17.
अंशकालिक पत्रकार से आप क्या समझते हैं ? (CBSE-2015, 2017)
उत्तरः
अंशकालिक पत्रकार वे पत्रकार हैं जो किसी भी समाचार पत्र में स्थायी नहीं होते। ये एक से अधिक अखबारों के लिए सामग्री एकत्रित करते हैं।
प्रश्नः 18.
पेज थ्री पत्रकारिता क्या है? (CBSE-2014,HBSE 2015)
उत्तरः
पीत पत्रकारिता को ‘पेज थ्री’ पत्रकारिता कहा जाता है। यह प्राय: चरित्रहीनता से संबंधित होती है। इसमें सनसनीखेज़ खबर होती है।
प्रश्नः 19.
जनसंचार का तात्पर्य स्पष्ट कीजिए। (HBSE-2015)
उत्तरः
जब व्यक्तियों के समूह के साथ संवाद किसी तकनीकी या यांत्रिकी के माध्यम से समाज के एक विशाल वर्ग से किया जाता है तो इसे जनसंचार कहते हैं।
प्रश्नः 20.
आल इंडिया रेडियो की स्थापना कब हुई ? आजकल यह किस संस्था के अंतर्गत है? (CBSE-2015)
उत्तरः
आल इंडिया रेडियो की स्थापना 1936 ई० में हुई। आजकल यह फ्रिक्वेंसी मॉड्यूलेशन संस्था के अंतर्गत है।
प्रश्नः 21.
फ़ीचर के दो लक्षण लिखिए। (CBSE-2014, 2015)
उत्तरः
फ़ीचर एक सृजनात्मक, सुव्यवस्थित व आत्मनिष्ठ लेखन है जो पाठक को मनोरंजक रूप में जानकारी देता है।इसकी भाषा सरल, आकर्षक व मन को छूने वाली होनी चाहिए।
प्रश्नः 22.
पत्रकार किसे कहते हैं? (CBSE-2015)
उत्तरः
वह व्यक्ति जो समाचार पत्र-पत्रिकाओं में छपने के लिए लिखित रूप में सामग्री देने, सूचनाएँ और समाचार एकत्र करता है, पत्रकार कहलाता है।
प्रश्नः 23.
डेडलाइन किसे कहते हैं? (CBSE-2014, 2015)
उत्तरः
अखबार में समाचार या रिपोर्ट को प्रकाशन हेतु स्वीकार करने के लिए एक निश्चित समय-सीमा होती है। इसी को डेड लाइन कहते हैं।
प्रश्नः 24.
वॉचडॉग पत्रकारिता से क्या आशय है? (CBSE/HBSE-2015, 2017)
उत्तरः
वह पत्रकारिता जो सरकार के कामकाज पर निगाह रखती है तथा भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करती है, वॉचडॉग पत्रकारिता कहलाता है।
प्रश्नः 25.
ब्रेकिंग न्यूज का क्या आशय है? (CBSE-2015)
उत्तरः
ब्रेकिंग न्यूज वह है जो अत्यंत महत्त्वपूर्ण तथा तुरंत प्राप्त होती है। यह बहुत कम शब्दों में दर्शकों तक पहुँचाई जाती है।
प्रश्नः 26.
संचार प्रक्रिया में फीडबैक किसे कहते हैं और इसका क्या महत्त्व है? (CBSE-2015)
उत्तरः
कूटीकृत संदेश के पहुंचने पर प्राप्तकर्ता अपनी राय व्यक्त करता है। यही फीडबैक है। इससे संदेश के पहुँचने का पता चलता है।
प्रश्नः 27.
‘समाचार’ शब्द को परिभाषित कीजिए। (CBSE-2017)
उत्तरः
समाचार किसी भी ऐसी ताज़ा घटना, विचार या समस्या की रिपोर्ट है जिसमें अधिक-से-अधिक लोगों की रुचि हो व असरकारक है।
प्रश्नः 28.
इंटरनेट की लोकप्रियता के दो कारणों का उल्लेख कीजिए। (CBSE-2015)
उत्तरः
यह संप्रेषण का बेहतरीन साधन है।यह दृश्य, श्रव्य व भागीदारी का माध्यम है।
प्रश्नः 29.
किसी समाचार की प्रस्तुति में जनरुचि का क्या महत्त्व है? (CBSE-2015)
उत्तरः
समाचार पत्रों में जनरुचि के अनुसार ही खबरों को स्थान दिया जाता है। राजनीति, खेल, हिंसा, अर्थ आदि खबरें पाठक वर्ग की रुचि के अनुसार महत्ता पाती हैं।
प्रश्नः 30.
संपादन में वस्तुपरकता से क्या तात्पर्य है? (CBSE-2015)
उत्तरः
वस्तुपरकता का आशय है-समाचार, घटनाएँ तथा तथ्य उसी रूप में प्रस्तुत किए जाएँ, जिस रूप में वे घटित हुए हों। इनमें दबाव के कारण बदलाव नहीं आना चाहिए।
प्रश्नः 31.
कार्टून कोना किसे कहते हैं? (CBSE-2015)
उत्तरः
कार्टून कोना समाचार पत्र के कोने पर होता है। इसके माध्यम से की गई सटीक टिप्पणियाँ पाठक को छूती हैं। यह एक तरह से हस्ताक्षरित संपादकीय है।
प्रश्नः 32.
पत्रकार के तीन प्रकार लिखिए। (CBSE-2015)
उत्तरः
पूर्वकालिक पत्रकार, अंशकालिक पत्रकार, स्वतंत्र पत्रकार ।
प्रश्नः 33.
एंकर बाइट किसे कहते हैं? (CBSE-2013, 2015, 2017)
उत्तरः
एंकर बाइट किसी घटना से संबंधित व्यक्तियों का वह कथन है जिसे घटना की सूचना व उसके दृश्य के साथ दिखाया जाता है ताकि खबर प्रामाणिक हो सके।
प्रश्नः 34.
विशेष लेखन क्या है? (CBSE/HBSE-2012, 2013, 2015)
उत्तरः
किसी विशेषज्ञ द्वारा विषय पर लिखा गया विशेष लेख विशेष लेखन कहलाता है।
प्रश्नः 35.
जनसंचार का आधुनिकतम माध्यम क्या है? (2014)
उत्तरः
इंटरनेट।
प्रश्नः 36.
फ़ीचर किसे कहा जाता है? (CBSE-2013, HBSE-2014, 2015)
उत्तरः
फ़ीचर एक सुव्यवस्थित, सृजनात्मक और आत्मनिष्ठ लेखन है जिसका उद्देश्य पाठकों को सूचना देने, शिक्षित करने के
साथ मुख्य रूप से उसका मनोरंजन करना होता है।
प्रश्न 37.– समाचार लेखन के छ: ककार कौन कौन से हैं? HBSE-2016-17/18
उत्तर – समाचार लेखन के छ: प्रकार क्या , कौन , कहां , कब , क्यों , कैसे, है।
प्रश्न 38. भारत का पहला छापाखाना कब और कहां खुला ?HBSE-2019
उत्तर – भारत में सर्वप्रथम गोवा में सन 1556 में पहला छापाखाना खुला। प्रारंभ में इसका प्रयोग मिशनरियों ने धर्म प्रचार की पुस्तके छापने के लिए किया था आज मुद्रण कंप्यूटर की सहायता से होता है।
प्रश्न 39 – हिंदी में प्रकाशित होने वाले मुख्य समाचार पत्रों के नाम लिखिए ?
उत्तर – नवभारत टाइम्स , हिंदुस्तान , दैनिक जागरण , अमर उजाला , दैनिक भास्कर आदि
प्रश्न 40.– उल्टा पिरामिड शैली किसे कहते हैं ?
उत्तर – समाचार लेखक की लोकप्रिय शैली को उल्टा पिरामिड शैली हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण तथ्य को सबसे पहले लिखा जाता है , उसके बाद घटते हुए क्रम में अन्य तथ्य को लिखा जाता है। जिस प्रकार नाटक में क्लाइमैक्स अंत में आता है , यहां ठीक उसके विपरीत होता है। समाचार लेखन में क्लाइमैक्स पहले ही आता है , उसके बाद विवरण शैली में समाचार लिखा जाता है।
प्रश्न 41– नाटक के तत्व कौन कौन से हैं
उत्तर – नाटक के तत्व – समय का बंधन , शब्द , नाटकीयता , संवाद , द्वंद्व , चरित्र योजना , भाषा शिल्प , ध्वनि योजना , प्रकाश योजना , वेशभूषा , रंगमंचीयता आदि हैं।
प्रश्न 42– जनसंचार का सबसे प्राचीन माध्यम कौन सा है?HBSE-2014
उत्तर – जनसंचार का सबसे प्राचीन माध्यम प्रिंट अर्थात मुद्रित है , जिसके अंतर्गत समाचार पत्र , पत्रिकाएं , किताबें आदि आती है।
प्रश्न 43– रेडियो जनसंचार का कैसा माध्यम है ?
उत्तर – रेडियो जनसंचार का श्रव्य माध्यम है। जिसमें शब्द , ध्वनि , स्वर आदि प्रमुख होते हैं। इसमें ध्वनि के माध्यम से ही समाचार , कहानी अथवा संपूर्ण वार्तालाप होती है , यह तरंग के माध्यम से कार्य करता है।
प्रश्न 44– उल्टा पिरामिड शैली को विस्तार से बताइये ?
उत्तर – उल्टा पिरामिड शैली समाचार की एक प्रमुख शैली है। इस शैली में ही समाचार लिखा जाता है। उल्टा पिरामिड से ही स्पष्ट होता है कि इसमें घटते हुए क्रम में तथ्यों अथवा सूचनाओं को दिया अथवा बताया जाता है। जिस प्रकार कहानी में क्लाइमेट अंत में आता है , समाचार शैली में क्लाइमेट पहले ही प्रकट किया जाता है , उसके उपरांत पूरी घटनाओं को बताया जाता है। इसमें तीन भाग होते हैं –
इंट्रो – यह समाचार का मुख्य भाग होता है , जिसमें संपूर्ण जानकारी निहित होती है।
बॉडी – घटते क्रम में सभी खबर के तथ्य मौजूद होते हैं , अर्थात इसमें इंट्रो में दिए गए संपूर्ण जानकारी से कम जानकारी होती है।
समापन – इस बिंदु में संपूर्ण जानकारी नहीं होती परंतु ऊपर दिए गए दोनों बिंदुओं में समाचार के सभी तथ्य मौजूद होते हैं। इसलिए इस बिंदु में सूचना को छोटा अथवा कम किया जा सकता है।
प्रश्न 45 – इंटरनेट पत्रकारिता क्या है ?
उत्तर – समाचार पत्रों का इंटरनेट पर प्रकाशन अथवा खबरों का आदान-प्रदान ही इंटरनेट पत्रकारिता कहलाता है।
प्रश्न 46– इंटरनेट पत्रकारिता का आरंभ कब हुआ ?
उत्तर – इंटरनेट पत्रकारिता का आरंभ 1993 से माना जाता है। 1993 को प्रथम युग माना जाता है , जबकि 2003 को दूसरा युग और वर्तमान समय को तीसरा युग इंटरनेट की पत्रकारिता के क्षेत्र में माना जाता है।
प्रश्न 47– जनसंचार के माध्यमों की भाषा किस प्रकार की होनी चाहिए ?
उत्तर – जनसंचार के माध्यमों की भाषा सरल जन सामान्य और छोटे-छोटे वाक्य में होने चाहिए जिससे पाठक अथवा श्रोता की रुचि बनी रहे।
प्रश्न 48– भारत में पहला समाचार वाचक किसे माना जाता है ?
उत्तर – भारत में पहला समाचार वाचक देव ऋषि नारद को माना गया है।
प्रश्न 49– फोटो पत्रकारिता का क्या महत्व है? CBSE-15-16
उत्तर – फोटो पत्रकारिता का अहम महत्व है , जो बात हजारों शब्द नहीं कह पाते , वह एक फोटो के माध्यम से कहा जा सकता है। इसलिए फोटो पत्रकारिता का अहम योगदान पत्रकारिता के क्षेत्र में है।
प्रश्न 50– पत्रकार की बैसाखीयाँ किन्हें कहा जाता है ?
उत्तर – सच्चाई , संतुलन , निष्पक्षता , स्पष्टता , इन सभी मूल्यों को पत्रकार की बैसाखी या मानी जाती है। इसके बिना पत्रकारिता के मूल्य की हानि होती है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें