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12th Economics unit test for HBSE/CBSE

CBSE Roll No.: Class: 12th Paper: Economics UT-1 (May- 2023) Max. Marks: 20 Time allowed: 45 Min. Instructions: All questions are compulsory. Write neat and clean. 1. On the eve of independence the proportion of population was engaged in industrial sector was : (a) 10% (b) 15% (c) 20% (d) 26% 1 2. What was the main feature of Indian economy on the eve of independence: 1 (a) underdeveloped (b) semi feudal (c) stagnant (d) all of these 3. On the eve of independence India was net exporter of: 1 (a) primary products (b) finished industrial goods (c)both a and b (d) none of these 4. When was planning commission established in India ? ...

9th class हिंदी पेपर

..............वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय.....। वार्षिक परीक्षा(BSEH/CBSE) विषय: हिंदी समय:2घण्टे पूर्णाक:40 आवश्यक निर्देश:- 1. इस प्रश्न पत्र में 2 खंड दिए गए हैं खंड क और खंड ख । 2. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं लेखन में स्वच्छता व शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। 3. प्रश्नों के निर्देशों का पालन करते हुए उत्तर दें । खण्ड क प्रश्न 1. निम्नलिखित 5 प्रश्नों में से कोई 4 प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 से 30 शब्दों में लिखें। 2×4=8 (क) लेखक के विचार से प्रेमचंद के जूते कैसे फ़टे? (ख) “ सांवले सपनों की याद “शीर्षक की सार्थकता सिद्ध करते हुए इसमें निहित संदेश स्पष्ट करें । (ग) पाठ को पढ़कर प्रेमचंद के व्यक्तित्व की विशेषताओं के आधार पर आपको क्या सीखने को मिला । (घ) लेखक ने सालिम अली की अंतिम यात्रा का वर्णन कैसे किया है? प्रश्न 2. निम्नलिखित 4 प्रश्नों में से कोई 3 प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 से 30 शब्दों मे...

डायरी के पन्ने 12th class

• Class 12 Hindi Vitan Chapter 4 Summary डायरी के पन्ने • डायरी के पन्ने • डायरी के पन्ने पाठ का सारांश   • ऐन फ्रैंक की डायरी ‘ऐन फ्रैंक द्वारा रचित ‘डायरी’ विधा को एक सशक्त कृति है। यह डायरी दवितीय विश्व युद्ध के समय यहदियों पर ढाए गए जुल्मों और मानसिक यातनाओं का जीवंत दस्तावेज़ है। यहूदी समुदाय ऐसा समुदाय था जिसे द्वितीय विश्व युद्ध में सबसे ज्यादा कष्ट उठाने पड़े। उन्हें गुप्त तहखानों में लंबे-लंबे अरसे तक गुजर-बसर करना पड़ा। वहाँ उन्हें भूख, गरीबी, बीमारी, शारीरिक एवं मानसिक पीड़ाओं को सहते हुए पशुओं जैसा जीवन जीना पड़ा। जर्मनी के नाजियों के शिकंजे में फंसकर उन्हें अनेक अमानवीय यातनाओं से दो-चार होना पड़ा। • ऐन फ्रैंक की डायरी दो यहूदी परिवारों के अज्ञातवास की व्यथा-कथा है। एक था फ्रैंक परिवार, जिसमें माता-पिता और उनकी दो बेटियाँ मार्गोट और ऐन थीं। मार्गोट की उम्र सोलह साल और ऐन की आयु तेरह साल की थी। उनके साथ दूसरा परिवार था वान दान दंपती और उनका सोलह वर्षीय बेट पीटर। उनके साथ आठवाँ व्यक्ति था मिस्टर डसेल। इस आठ सदस्यीय परिवार की फ्रैंक साहब के कार्यालय में काम करने...

9th Class Unit test Hindi for HBSE/CBSE

................वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय,.......। वार्षिक परीक्षा/2021-2022(BSEH/CBSE) विषय: हिंदी समय:2घण्टे पूर्णाक:40 आवश्यक निर्देश:- • इस प्रश्न-पत्र में 2 खंड दिए गए हैं खंड क और खंड । • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं लेखन में स्वच्छता व शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। • प्रश्नोंM99TOप्रश्नोंM99TO9 के निर्देशों का पालन करते हुए उत्तर दें । खण्ड क प्रश्न 1. निम्नलिखित 5 प्रश्नों में से कोई 4 प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 से 30 शब्दों में लिखें। 2×4=8 (क) सालिम अली प्रकृति की दुनिया में एक टापू की बजाय अथाह सागर बनकर उभरे थे। आशय स्पष्ट करें। (ख) “ सांवले सपनों की याद “शीर्षक की सार्थकता सिद्ध करते हुए इसमें निहित संदेश स्पष्ट करें । (ग) “जिसे तुम घृणित समझते हो उसकी तरफ हाथ की नहीं पांव की अंगुली से इशारा करते हो”, लेखक के इस व्यंग्य से क्या अभिप्राय है ? (घ) पाठ को पढ़कर प्रेमचंद के व्यक्तित्व की विशेषताओं के आधार पर आ...

शरीर के 7 चक्र (आध्यात्मिक यात्रा)

J शरीर में मूल रूप से 7 चक्र होते हैं. इन्हें सृष्टि की समस्त शक्तियों का केंद्र माना जाता है. आइए जानते हैं इन चक्रों के बारे में. मूलाधार चक्र - यह चक्र रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले हिस्से के आसपास होता है. - इस चक्र को कुण्डलिनी का मुख्य स्थान कहा जाता है , इसका एक और नाम भौम मंडल भी है. - यह चक्र चौकोर तथा उगते हुये सूर्य के समान स्वर्ण वर्ण का है. - भौतिक रूप से सुगंध और आरोग्य इसी चक्र से नियंत्रित होते हैं. - आध्यात्मिक रूप से धर्म,अर्थ,काम और मोक्ष का नियंत्रण करता है. - इसका बीजाक्षर है - "लं" - व्यक्ति के अन्दर अत्यधिक भोग की इच्छा और आध्यात्मिक इच्छा इसी चक्र से आती है स्वाधिष्ठान चक्र - जनन अंग के ठीक पीछे रीढ़ की हड्डी पर स्थित होता है, - इस चक्र का स्वरुप अर्ध-चन्द्राकार है, यह जल तत्त्व का चक्र है - इस चक्र से निम्न भावनाएँ नियंत्रित होती हैं - अवहेलना,सामान्य बुद्धि का अभाव,आग्रह,अविश्वास,सर्वनाश और क्रूरता - यह चक्र छह पंखुड़ियों का है - इसी चक्र से व्यक्ति के अन्दर काम भाव और उन्नत भाव जाग्रत होता है - इस चक्र का बीज मंत्र है - "वं" - इस चक्र को ...

Daily uses 30Important sentences for beginners

शांति से काम लो। Play it cool. जो मन में आए, करो। Knock yourself out. मुझे देर हो रही है। I am getting late. लो मुसीबत आ गई। Here comes trouble. खुद ही देख लो। See for yourself. मैंने यह सोचा ही नहीं था। I didn't even think of it. आज हमने जल्दी में नाश्ता लिया। We had a hasty breakfast today. जल्दबाजी ना करो। Don't be hasty. चलो,जल्दबाजी नहीं करते हैं। Let's not be hasty. उस बोतल को मुझे दो । Hand me the bottle, please. मुझे वह फाइल दो। Give me that file. मुझे सोचने दो। Let me think. तुम्हें जरूर जाना चाहिए। You must go. तुम गलती कर रहे हो। You are making a mistake. मैं तुम्हें एक बात बताता हूं। Let me tell you one thing. तुमने क्या कहा ? What did you say? कहना आसान है। It is easy to say. कुछ भी असंभव नहीं है। Nothing is impossible. सब कुछ संभव है। Everything is possible. अपना ध्यान रखो । take care y...

G20 Importance G20 का अर्थ है "ग्रुप ऑफ 20"

;जी-20 या विश्व बीमा संगठन (G-20) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसमें विश्व के 20 सबसे अग्रणी और प्रभावशाली देश शामिल हैं। यह संगठन विश्वासी ग्रामीण बैंक, विश्वासी औद्योगिक वित्तीय संस्थान, वित्तीय स्थिरता बोर्ड, विश्व व्यापार संगठन, विश्व डाटा संगठन, और अन्य आधिकारिक संगठनों के साथ सहयोग करता है। यह गठबंधन निरंतर वित्तीय सहयोग, विश्व अर्थव्यवस्था, औद्योगिक विकास, व्यापार और वाणिज्यिक मामलों, और अन्य ग्लोबल मुद्दों को बढ़ावा देने के लिए एकत्रित होता है। जी-20 के सदस्य देशों की समूहवार सूची निम्नानुसार है: 1. अर्जेंटीना 2. ऑस्ट्रेलिया 3. ब्राजील 4. कनाडा 5. चीन 6. फ़्रांस 7. जर्मनी 8. भारत 9. इंडोनेशिया 10. इटली 11. जापान 12. मेक्सिको 13. रूस 14. सऊदी अरब 15. दक्षिण कोरिया 16. तुर्की 17. यूनाइटेड किंगडम 18. यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ>यह संगठन महत्वपूर्ण वैश्विक उद्योगों, वित्तीय बाजारों, वित्तीय संस्थानों, और अन्य आर्थिक मामलों पर नीतियों का निर्माण करने और समन्वय करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। इसका उद्देश्य वैश्विक आर्थिक संबंधों में सहयोग बढ़ाना, विश्व अर्थव्यवस्था को स्थायीकृत करना और स...